आज हम जानेंगे How to check battery health in laptop/लैपटॉप में बैटरी स्वास्थ्य की जांच कैसे करें लैपटॉप की बैटरी एक रिचार्जेबल पावर सोर्स होती है, जो लैपटॉप को बिजली न होने पर चलाती है। अधिकतर लैपटॉप्स में Lithium-ion (Li-ion) या Lithium-Polymer (Li-Po) बैटरी लगी होती है।
अधिकतर लैपटॉप्स में Lithium-ion या Lithium-Polymer बैटरी उपयोग की जाती है। नई बैटरी सामान्य उपयोग में लगभग 4–8 घंटे तक बैकअप देती है, लेकिन यह आपके काम पर निर्भर करता है। अगर आप सिर्फ ब्राउज़िंग या डॉक्यूमेंट्स का काम करते हैं तो बैकअप ज़्यादा मिलेगा, और अगर गेमिंग या वीडियो एडिटिंग करते हैं तो बैकअप जल्दी खत्म होगा। लैपटॉप को ज़्यादा गर्म न होने दें और हमेशा ओरिजिनल चार्जर का ही इस्तेमाल करें।
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🔋बैटरी की लाइफ कितनी होती है?
सामान्य तौर पर 2 से 4 साल (लगभग 500–1000 चार्जिंग साइकल्स)। समय के साथ बैटरी की क्षमता (Capacity) घटती रहती है। एक चार्जिंग साइकल मतलब 100% तक चार्ज होना और फिर पूरी तरह से डिस्चार्ज हो जाना।
अधिकतर लैपटॉप की बैटरी लगभग 500 से 1000 चार्जिंग साइकल्स तक सही काम करती है। अगर आप बैटरी को बार-बार 0% तक डिस्चार्ज करते हैं और फिर उसे चार्ज करते हो तो बैटरी जल्दी खराब होगी। 20% से ऊपर चार्ज करते रहेंगे और लैपटॉप को ओवरहीट नहीं होने देंगे तो लाइफ लंबी होगी।
🔋 बैटरी के प्रकार कितने होते हैं ?
1. Lithium-ion (Li-ion)
•यह बैटरी सबसे ज्यादा उपयोग होती है।
•हल्की, टिकाऊ और जल्दी चार्ज होती है।
•Heat से जल्दी खराब हो सकती है।
2. Lithium-Polymer (Li-Po)
•यह पतली और लचीली होती है।
• यह बैटरी ज्यादातर नए slim लैपटॉप्स में मिलती है।
•यह महंगी होती है लेकिन बेहतर भी बैकअप देती है।
पहले जो लैपटॉप्स आते थे उनमें में कभी-कभी Nickel-Cadmium (Ni-Cd) और Nickel-Metal Hydride (Ni-MH) बैटरियां भी मिलती थीं, लेकिन अब उनका इस्तेमाल लगभग बंद हो चुका है।
🔋बैटरी की हेल्थ कैसे बढ़ाएँ?
• हमेशा Original Charger का उपयोग करें। क्योंकि चार्जर भी बैटरी हेल्थ खराब होने का कारण बनता हैं।
• लैपटॉप को बहुत ज्यादा Overheat न होने दें।
•बार-बार 0% तक डिस्चार्ज न करें (20–30% तक आते ही चार्ज कर लें)। अगर आप बैटरी को बार-बार 0% तक डिस्चार्ज करते हैं और फिर उसे चार्ज करते हो तो बैटरी जल्दी खराब होगी।
• अगर लंबे समय तक लैपटॉप नहीं चलाना है तो बैटरी को 50% चार्ज पर स्टोर कर के रखे।
• बैटरी स्टेटस (Battery Health) को समय-समय पर चेक करते रहे।
• Power Settings का ध्यान रखें – Windows या Mac में Battery Saver Mode या Balanced Mode का इस्तेमाल करें।
•Regularly Clean करें – लैपटॉप के फैन और वेंट्स साफ करके रखें ताकि बैटरी और सिस्टम ओवरहीट न हो जिससे बैटरी की लाइफ बनी रहे।
🔋बैटरी खराब होने के लक्षण/Symptoms of battery malfunction
• चार्ज जल्दी खत्म होना 👉 पहले जहाँ 3-4 घंटे चलती थी, अब 30-40 मिनट में ही खत्म हो जाती है।
• चार्जिंग में दिक्कत – बैटरी चार्ज ही नहीं होती या 100% दिखाता है लेकिन प्लग निकालते ही डिस्चार्ज हो जाता है।
• लैपटॉप प्लग निकालते ही बंद होना 👉 इसका मतलब बैटरी बिल्कुल भी पावर स्टोर नहीं कर रही , बैटरी खराब होने का लक्षण साफ नजर आ रहा है।
• बैटरी फूल जाना (Swelling) 👉 बैटरी का आकार फूल जाए तो तुरंत बदलना ज़रूरी है, वरना लैपटॉप को नुकसान पहुँचा सकती है।
• चार्जिंग टाइम बढ़ जाना 👉बैटरी को पूरा चार्ज होने में पहले से ज्यादा समय लगने लगे।
• बैटरी प्रतिशत सही न दिखना 👉 कभी- कभी 80% से सीधे 20% हो जाना, या फिर बैटरी का लेवल अचानक गिर जाना ।
• बैटरी हेल्थ रिपोर्ट में Capacity घट जाना 👉 Windows में रिपोर्ट निकालने पर “Design Capacity” और “Full Charge Capacity” में बहुत फर्क दिखने लगेगा।
🔋How to check battery health in laptop/लैपटॉप में बैटरी स्वास्थ्य की जांच कैसे करें
- Windows Laptop में
# Command Prompt Method
Start Menu खोलें और cmd (Command Prompt) सर्च करें।
•फिर इसमे लिखे powercfg /batteryreport फिर Enter दबाएँ। अब आपकी यूज़र फोल्डर (C:\Users\YourName) में battery-report.html नाम की फ़ाइल बन जाएगी। इस फाइल को आप Chrome/Edge में खोलकर देख सकते हैं। यहाँ आपको दो पॉइंट्स दिखेंगे
👉Design Capacity (बैटरी की असली क्षमता जब नई थी)
Full Charge Capacity (वर्तमान क्षमता)
यदि दोनों पॉइंट्स में बहुत फर्क है (जैसे 40-50% कम हो गई है) तो फिर समझ जाइए कि बैटरी बदलने का समय आ गया है।
#Settings से
Windows 11 में: Settings → System → Power & Battery → Battery usage.
यहाँ आपको बैटरी परफॉरमेंस और बैकअप का आइडिया मिल जाएगा।
2.MacBook में
ऊपर बाएँ Apple Menu → System Information → Power पर जाएँ। वहाँ Battery Health और Cycle Count लिखा मिलेगा। अगर यह “Normal” की जगह “Service Recommended” दिखा रहा है तो बैटरी बदलनी पड़ेगी।
3.Third-Party Apps
Windows के लिए: BatteryInfoView, HWMonitor
Mac के लिए: CoconutBattery
यदि बैटरी की Full Charge Capacity, उसकी Design Capacity से 25–30% तक गिर गई है, तो समझिए बैटरी कमजोर हो गई है।
🔋बैटरी खराब होने पर नई बैटरी खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
लैपटॉप की बैटरी एक रिचार्जेबल पावर सोर्स होती है,जिससे लैपटॉप बिजली न होने पर भी चल सकता है। नई बैटरी सामान्य उपयोग में लगभग 4–8 घंटे तक बैकअप देती है, लेकिन यह आपके काम पर निर्भर करता है। यदि आप सिर्फ ब्राउज़िंग या डॉक्यूमेंट्स का काम करते हैं तो बैकअप ज़्यादा मिलेगा, और अगर गेमिंग या वीडियो एडिटिंग करते हैं तो बैकअप जल्दी खत्म होगा।
1. Model Compatibility देखें
हर लैपटॉप के लिए बैटरी अलग होती है। बैटरी खरीदने से पहले लैपटॉप का Model Number और Battery Part Number चेक करें।
2. Original / Genuine Battery लें
हमेशा कंपनी की Original Battery या Certified Replacement ही खरीदें। Local या Duplicate बैटरी सस्ती तो मिल जाएगी, लेकिन जल्दी खराब हो जाएगी और लैपटॉप को नुकसान पहुँचा सकती है।
3. Capacity (mAh / Wh) चेक करें
बैटरी पर उसकी क्षमता लिखी होती है। कोशिश करें कि आपकी पुरानी बैटरी जितनी या उससे थोड़ी ज़्यादा क्षमता वाली बैटरी ही लें।
4. Warranty
देखें बैटरी खरीदते समय कम से कम 6 महीने से 1 साल की Warranty होनी चाहिए।
5. Trusted Seller
से ही खरीदेंबैटरी हमेशा Authorized Service Center या Trusted Online Stores (जैसे Amazon, Flipkart Official Stores) से ही खरीदें।
6. Manufacturing Date चेक करें
बैटरी नई होनी चाहिए। बहुत पुरानी बैटरी (2-3 साल पहले बनी हुई) लेने से उसकी लाइफ कम मिलेगी।